Talash!!

Talash!!

मुस्कराहट से मेरी ना धोखा खाना,
ये तो बस मेरा श्रृंगार है !
खूबसूरती पर मेरे न कायल हो जाना,
ये तो बस मेरा एक नकाब है !!
हो इरादा अगर मेरे अदाएगी पर फिदा होने का
तो अगाह करदु अभी से तुम्हे,
ये अदाएं भी बस एक आभूषण है!!!
श्रृंगार , नकाब और अदाओं के पीछे जो
जो मैं हूँ.
उस मै को तलाश ने की कोशिश करना!
जो मिल जाये, तो इश्क़ करने की सहिश करना !!
वरना ज़िन्दगी के महफिल मे, इस रूप से कितनो ने धोखा खाया है !
आज हमसफर , कल खुद को गुमराह पाया हैं  !!
जो देख सको तुम , पर्दो के पीछे छिपे मेरे इस मै को,
जो परख सको तुम, मेरे आँखों के जलते अंगारो को !
जो बुझ  सको तुम, मेरे इस पहेली को !!
तब देना दस्तक मेरे दिल के दरदरवाजे पर!
मैं मिलूगी तुम्हे उसी मंजर  पर,
मुझको भी बस बरसो से यही आस है,
मेरे जैसा जो हो, उस सख्श की तलाश है!!!

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